देश का सबसे बड़ा समुद्री पुल Atal Setu - Trans Harbour Link मुंबई में

Atal Setu - Trans Harbour Link

मुंबई में बने इस पुल की पूरे देश में और पूरे विश्व में चर्चा हो रही है पर इसके साथ इसकी वैशिष्ट्य पर भी जान लेंगे।

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Atal Setu की विशेष बाते :

मुंबई के एक भाग को दूसरे भाग को जोड़ने का काम यह Atal Setu करता है, जो कि समय को कम कर हमें जल्दी से पहुचा देता है। अटल सेतु मुम्बई के शिवडी से लेकर नई मुंबई के चिरले तक हमें पहुचा देता है।
✔  यह पुल 6 पदरी होने के साथ इसकी लंबाई 22 Km है।
✔ 1 लाख टन पोलाद का इस्तेमाल इस पुल को बनाने के लिए किया गया है।
8.30 घन मीटर की काँक्रिट का उपयोग करके जो ऑफ़ यूनिटी के थे गुना और आय फेल टॉवर से 17 गुना अधिक है।
✔ ईसमे 15 हजार कामगार और 1500 अभियंता का योगदान भी दिया गया है।
✔ हर रोज 70,000 वाहनों को जाने की क्षमता इस पुल में है।
✔ यह भारत का सबसे लंबा पुल बन चुका है।
समुद्र के उपर से यह पुल 16.5 km और जमीन पर 5.5 क्रम का अन्तर है।
✔  इस पुल का नाम भारत के पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के नाम से रखा गया है।
✔ इस परियोजना को जापान की इंटरनेशनल को ऑपरेशन एजेंसी ( JICA) द्वारा वित्त दिया गया है जो कि 80 % तक का खर्च यह कंपनी करेंगी।

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नोट : इससे पहले आसाम में ब्रह्मपुत्र नदी के उपर डॉ. भूपेन हजारिका पुल देश का सबसे लंबा पुल था। जो कि 9.15 km की लंबाई का था।

Atal Setu - Trans Harbour Link के लाभ :

Atal Setu यानी MHTL पर वाहन रोकने और उसकी गति धीमी करने के बिना टोल इकट्ठा करने की ORT पद्धति को देश में पहली बार अपनाया गया है।
1. शिवडी से चिरले तक का 61 मिनट तक का सफर 16 मिनट तक कम हो चुका है।
2. प्रतिदिन करीब 40,000 हजार गाड़ियों को ले जाने की संभावना है।
3. यह परियोजना नई मुंबई की और मुंबई का आर्थिक विकास के लिए सक्षम बनाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
4. यह पुल मुंबई और पुणे के एक्स्प्रेस वे के अन्तर को कम करने की सहायता कराता है।