Prabhu Shree Ram Mandir Ayodhya : देश के सबसे बड़े मंदिर का रोमांचित कर देने वाला इतिहास

Ram Mandir : Ayodhya


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प्रभु श्री राम मंदिर : अयोध्या 

प्रभु श्री राम मंदिर की कुछ खास बाते 


श्री राम मंदिर 70 एकड़ मे फैला हुआ है जो कि इस पूरे जगह पर ना बनके वो सिर्फ 2.5 एकड़ मे बनने वाला है। श्रद्धालु लोग इस मंदिर मे आने के लिए पूर्व दिशा से 32 सीढियों को चढ़कर आयेंगे जो कि सिंह द्वार से वो मंदिर मे प्रवेश कर सकेंगे। इस मंदिर को बनाने के लिए 2587 जगहों से मिट्टी को लाया गया है जो पूरे देश में और पूरे विश्व मे जो भी प्रभु श्री राम से जुड़ा हुआ मंदिर है वहीं से लाए गए हैं। राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी 2024 को अयोध्या मे होने वाला है। 

इस मंदिर मे कुछ खास मंडप बनाए गए हैं जो कि हमें वह नागर शैली मे दिखाई देते हैं और यह पूरा राम मंदिर नागर शैली मे बनाया गया है। नागर शैली के कुछ मंदिर हमारे देश मे अभी भी मौजूद है। इसका भी अभ्यास किया गया है। इसमें हमें 5 प्रकार के मंडप दिखाई देते हैं जो पहला नृत्य मंडप, दूसरा रंग मंडप, तीसरा सभा मंडप, चौथा कीर्तन मंडप और आखिरी का प्रर्थना मंडप है। भारत और विश्व का सबसे बड़ा राम मंदिर बन चुका है। 

यह मंदिर पूरा नागर शैली मे होने के कारण पूर्व से पश्चिम तक 380 फ़िट और चौड़ाई 250 फ़िट, ऊंचाई 161 फ़िट तक है। इस मंदिर की उम्र बढ़ने के लिए पूरे मंदिर मे लोहे और स्टील का ईस्तेमाल नहीं किया गया है। राम मंदिर 3 मंजिला होने के साथ-साथ उसकी हर मंज़िल 20 फिट तक ऊँची है। मंदिर मे कुल 392 खंबे और 46 गेट है जो कि ईन खंबे और दीवारों पर देवी देवताओ की चित्र बनाए गए हैं। 

मंदिर के भूतल पर बने राम के गर्भ गृह मे सोने की परत दरवाजों पर चढ़ाई गई है। इसकी ऊंचाई करीब 12 फिट और चौड़ाई 8 फिट है। मंदिर के 42 दरवाजों पर सोने की परत लगाई गई है। 100 किलो सोने का इस्तेमाल किया गया है। राम मंदिर मे इस्तेमाल किए गए ईंटों पर श्रीं राम का नाम लिखा गया है पूरा मंदिर 2.7 एकड़ मे फैला हुआ है। 

मंदिर के भूतल मे भगवान राम के जीवन को दर्शाया गया है। जब कि पहली मंज़िल भगवान राम की दरबार की भव्यता होंगी। प्रभु श्री राम मंदिर के 2000 फिट नीचे टाइम कॅपसूल को रखा गया है जो कि राम मंदिर और अयोध्या के इतिहास को सम्भाल कर रखा जाए।