Water Resources : दुनिया में पानी के स्त्रोत औऱ लोग

Water

पुरी दुनिया में सबसे ज्यादा जरूरी है वो पानी हैं। पर्यावरण के बदलावों से राजकीय उदासीनता से और भौगोलिक संरचनाओं के कारण हमें बहोत ज्यादा संघर्ष करना पड़ता है। लेकिन सब परिस्थितियों पर मात दे के सुरक्षित पानी देने का प्रयास संयुक्त राष्ट्र, जागतिक आरोग्य संघटना और unicef, के आर्टिकल से हमें पता चलता है कि पानी कहा कैसे ईस्तेमाल किया जाता है।


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Water Resources 


Water Resources : पाणी के स्त्रोत

पानी के स्त्रोत हमें नदी, तालाब, बावड़ी नाले, झरने, समंदर, महासागर आदि से हमें वो प्राप्त होते हैं। इसीके वहज से हम अपनी जरूरतों को पूरा करने का प्रयास किया करते हैं। 

Water Resources औऱ लोग : 

लगभग 83 देशों में 99% से भी अधिक पानी पुरवठा करने की सामग्री हैं। जो कि 78 देशों में य़ह काम अभी प्रगती पर हैं। ब्लकि 12 देशों में पानी की कमी होने का दावा भी किया गया है। शहर औऱ ग्रामीण इलाकों में सुरक्षित पानी देने के आकड़े बढ़ते जा रहे हैं यह बात अछि तो है लेकिन इसीके साथ कई प्रकार की समस्या भी खड़ी हो गई है। 


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सुरक्षित स्त्रोतों से पानी देने में बढ़ोतरी : 

1) सब सहरी अफ्रीका में 94 % की बढ़ोतरी 
2) ओशोनिया में 93 % की बढ़ोतरी 
3) मध्य औऱ दक्षिण आशिया 98 % की बढ़ोतरी 
4) लैटिन अमेरिका औऱ कैरेबियन 99 % की बढ़ोतरी 
5) यूरोप औऱ उत्तर अमेरिका 99% की बढोत्तरी 
6) ऑस्ट्रेलिया औऱ न्यूझीलंड 100% की बढ़ोतरी  
इन सबमें हमें ये देखाई देता है कि पानी देनी की योजनाओं में बढ़ोतरी मिल रही है। जो कि अछे संकेत है। 

महिला औऱ ल़डकियों पर पानी की जिम्मेदारी : 

सब सहारा : जो कि अफ्रीका में है वह पर 70 % महिला या ल़डकियों को पानी लाने की ज़िम्मेदारी दी जाती है जो कि वह बहोत वर्षो से हो रहा है। 

उत्तर अफ्रीका औऱ पश्चिम आशिया : यहा पर 69 %  महिला औऱ ल़डकियों को पानी लाने की जिम्मेदारी दी जाती है। 

लैटिन अमेरिका औऱ कैरेबियन : यहा पर 42 % महिला औऱ ल़डकियों को पानी लाने की जिम्मेदारी दी जाती है। 

मध्य औऱ दक्षिण एशिया : यहा पर 31 % महिला औऱ ल़डकियों को पानी लाने की जिम्मेदारी दी जाती है। 

पूरे विश्व में पानी को जमा करने याने लाने की जिम्मेदारी 63 % महिला, 26% पुरुष, 7% ल़डकियों, 4%l लड़के ऐसा विभाजन किया गया है। 

इस तरह हम Water Resources का इस्तेमाल पूरे विश्व में होता है।