Amarnath Yatra - अमरनाथ यात्रा कैसी होती है ?

Amarnath Yatra - अमरनाथ यात्रा


Amarnath Yatra 

अमरनाथ यात्रा के विषय की जानकारी :

हर साल जुलाई अगस्त के बीच लगभग 40 दिन की होती है। लाखों लोग इस दक्षिण कश्मीर की अमरनाथ गुफा की यात्रा श्रीनगर से लगभग 140 km दूर है। यह स्थान 3,888 M ऊंचाई पर स्थित है।

धार्मिक मान्यता और ऐतिहासिक दृष्टिकोण :

1) पौराणिक कथाओं में भगवान शिव ने पार्वती को अपने रहस्य जो कि अमरता बताने का फैसला किया।
2) दक्षिण कश्मीर मे हिमालय के अंदर इस गुफा का चयन हुआ
3) गुफा की खोज बूटा मालिक नाम के एक चार वाहे ने की थी
4) 1846 मे ब्रिटिश सरकार द्वारा काश्मीर की डोगरा राजवंश को बेच दिया गया था
5) डोगरा शासकों द्वारा यात्रा को राज्य में संरक्षित किया गया

अमरनाथ गुफ़ा की संरचना :

यह बर्फ का शिवलिंग छत से पानी के टपक ने से बनता है। और समय के साथ छत से गिरा हुआ पानी जम जाता है। इस प्रकार शिवलिंग तैयार हो जाता है इसे हम स्टेलागमीट  कहा जाता है। इस शिवलिंग का मई में पूर्ण आकार ले लेता है और अगस्त तक वो पिघलने की शुरुवात कर लेता है।

यात्रा का मार्ग :

अमरनाथ की गुफा कश्मीर के पहलगाम की उत्तर में 
और जो जिला की दक्षिण मे स्थित है। गुफा तक पोहचणे के दो रस्ते है एक पहलगाम और दूसरा बालटाल है। 

यात्रा का महत्व : 

1) धार्मिक भावना से महत्वपूर्ण
2) हिंदू - मुस्लिम एकता के लिए जरूरी है
3) कश्मीर के अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण