6G चर्चा में क्यों :
भारत के संचार मंत्रालय ने दूरसंचार विभाग से (DOT) वायरलेस की अगली सीमा 6G को लॉन्च करने की तैयारी की जा रही है। दूरसंचार प्रौद्योगिकी विकास कोष की (TTDF) 240. 57 करोड़ रुपये का अनुदान दिया गया है।
भारत में 6G का आलायांस (B6GA) :
परिचय :
1) B6GA एक सहयोग मंच है जिसमें सार्वजनिक निजी कंपनियों, शिक्षा विभाग, मानव विकास संगठन, आदि आते हैं। 2) 6G प्रौद्योगिकी युक्त अन्य वैश्विक गठबंधन के साथ साझेदारी करेंगा।
3) व्यावसायिक और सामजिक तौर पर इसको बढावा देने के लिए इस अनुसंधान के द्वारा प्रयत्न किए जाएगे।
महत्व :
6G का प्रभाव हमारे जीवन पर बहोत ही ज्यादा होने वाला है जो कि अर्थव्यवस्था, समाज, तथा पर्यावरण पर व्यापक रूप से प्रभाव होने वाला है।इसकी मदद से सॉफ्टवेयर, हार्डवेअर और विनिर्माण क्षेत्र में अपनी शक्ति का लाभ उठाने की योजना बनाई गई है।
6G की तकनीक :
6G की तकनीक 5G की तकनीक का अगला कदम है। ये 5G की तुलना में 100 गुना तेज है और 3 D का अनुभव भी हमे इससे मिलेगा। 6G की तकनीक से हमे ब्रेन कम्प्यूटिंग इंटरफेस से उपकरणों को नियंत्रित भी करने को मिलने वाला है। इसमे हम टेरा हर्ट बैंड का उपयोग करने वाले है।
भारत में दूरसंचार क्षेत्र का विकास :
1) विश्व का सबसे बड़ा दूसरा दूरसंचार विभाग
2) 2014 के 300 rs प्रति GB को हटाकर 10 rs प्रति GB तक लाया है।
3) बेस ट्रान्झिस्टर स्टेशन की साइट अब चार गुना हो चुकी है।
4) बाहरी देशों से प्रत्यक्ष निवेश भी बढ़ गया है।
5) जापान और भारत में भुगतान प्रणाली का गठबंधन भी हो चुका है।
6) देश की दूर संचार कंपनी BSNL की भी उपलब्धि बढ़ रही है।