शहीद सरदार उधम सिंह
शहीद सरदार उधम सिंह का जीवन परिचय :
जन्म : 26 दिसंबर 1899
शहीद सरदार उधम सिंह एक निडर भारतीय का नाम है। जिन्होंने भारत के लिए बहोत बड़ा बलिदान दिया था। उनका जन्म 26 दिसंबर 1899 को पंजाब के संगरूर जिले में हुआ। उनका मूळ नाम शेर सिंह था। उनकी नाम की तरह उनका बर्ताव था। 1933 मे उन्होने अपना नाम बदलकर उधम सिंह कर लिया। तरुण जीवन में उनके ऊपर पंजाब के राजकीय घटना का परिणाम हुआ। 1914 मे हुए कामा गाता के मारू प्रकरण और गदर पार्टी के घटना से प्रभावित हो गए। 1919 मे जब जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ तब वो 20 वर्ष के थे। उस घटना ने उनके जीवन पर बहोत गहरा प्रभाव पड़ा।
इस घटना का बदला लेने का फैसला किया। इस घटना से उनका अंग्रेज़ के ऊपर बहोत बड़ा संताप हो गया। इस परिणाम से उन्होंने अपने शिक्षण को भी छोड़ दिया और कहा बदला लेने के लिए जनरल डायर और पंजाब के गवर्नर माइकल ओड वायर को मार डालने का निर्णय लिया। इस जलियांवाला बाग हत्याकांड का बदला लेना ही उनके जीवन का मुख्य उद्देश्य रहा। जनरल डायर का जुलै 1927 को मेंदु के रक्त स्त्राव से निधन हो गया और फिर उन्होंने माइकल ओड वायर को निशाने बनाने का मन बना लिया। उस काल में भगत सिंह के काम और उनकी चळवळ से बहोत ज्यादा प्रभावित हो गए थे।
1924 मे उन्होने गदर पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया। उसके बाद उन्होंने कुछ वर्श परदेश दौरे किए उसके बाद वो परदेश मे जाकर भारतीय लोगों को संगठित करने का प्रयास किया। अखिर उनको जो संधि चहिये थी उनको मिल गई। 14 मार्च 1940 को जलियांवाला बाग हत्याकांड के 20 साल बाद जनरल माइकल ओड वायर के उपर गोली मारकर हत्या कर दी। गोली मारने बाद वो वहीं पर खडे रहे भाग कर जाने की कोशिश भी नहीं की। अटक होने के बाद 31 जुलाई 1940 को उन्हें फासी दी गई।
मृत्यु : 31 जुलाई 1940